सोमवार, 11 सितंबर 2023

रशिया महादेव

शुभ दोपहरी दोस्तो यह है उत्तराखण्ड के पौड़ी गढ़वाल ब्लॉक बीरोंखाल के रशिया महादेव छेत्र जो कुमाऊं  गढ़वाल का दुशांत छेत्र  जिसने लगभग  बीस से तीस गांव आते हैं तथा इसमें दो नदिया बहती है लखोरा जो सराईखेत से आगे कम से कम 30किलोमीटर से आती है दूसरी नदी रशिया जो लगभग सात आठ किलोमीटर सोपखाल से निकलती है जिनका संगम रशिया महादेव मन्दिर पर होता है आप देख रहे हैं यहां इन गांवों के देवीदेवताओं का स्नान गृह है  ईस्ट देव नरंगकार की अनुमति है कि  अन्य तीर्थ स्थानों के बदले यहीं स्नान करा सकते हैं अपने देवी देवताओं को  जो एक सुंदर तीर्थ स्थल बन सकता है इस ओर सरकार ध्यान दे  प्राचीन शिव मन्दिर के पास जनता के लिए कोई आर पार की सुविधा नहीं है  गुहार लगा चुकी है जनता पर आजतक न नहाने की सुविधा ना ही पुल की ,  ना ही कोई  आईटीआई न ढंग का हॉस्पिटल नाम मात्र का ग्राम नऊ कालिका धार में चालीस पैतालीस पुराना है पर कोई सुविधाएं नहीं अगर बड़ा हॉस्पिटल बन जाए तो जनता का भला हो सकता है तथा पलायन भी रुक सकता है  विकास भी हो सकता है पर करे उत्तराखंड बने वर्षो हो गए आस ही लगी है जय रशिया महादेव

 


 

सोमवार, 1 मई 2023

मेरा बदलता खाटली


 दोस्तो  सभी जानते हैं हमारे उत्तराखण्ड के जिला पौड़ी गढ़वाल के अंतर्गत ब्लॉक बीरोंखाल  जहां दो पट्टी हैं सबली खाटली जिसके अंतर्गत  एक सौ चार पांच गाउं आते हैं मुख्य बाजार बीरोंखाल , मैठाणा घाट तथा रशिया महादेव हैं ,  हमारा छेत्र बहुत पिछड़ा था अभी भी है परंतु हमारे प्रदेशों में रहने वाले प्रवासियों ने उसके विकास के लिए दिल्ली में एक समिति 1949में गठित किया किदवई नगर में मां दीवा भगवती की मूर्ति की स्थापना की जिसका नाम   किदवई नगर भगवती मंदिर परिसर में मण्डल का गठन किया गया जिसका नाम खाटली  सामाजिक विकास मण्डल रखा गया , जिसका मुख्य केंद्र यानी  हेड आफिस किदवई नगर मां भगवती मंदिर है   जिसमें हर गाउं के महान भावों ने अपनी उपस्थिति दर्ज किया  , उस समय उत्तर प्रदेश के अधीन था महान समाज सेवी  महाभिभूतिओं द्वारा खाटली के विकास के लिए तन मन धन सब कुछ लगाया क्यों कि 80 प्रतिशत सरकारी विभागों में कार्यरत थे  एक मात्र स्कूल बीरोंखाल में था प्रयासों से ग्वीनखाल, ललितपुर में बारी बारी से इन्टर कालेज स्कूल बनाएं गए जिनमें अनेकों कार्य सड़क हो पानी अन्य  सुविधा लेने के लिए लखनऊ के चक्कर बिना स्वार्थ के भागते रहे मैं 1970 के बाद के कुछ समाज सेवी जिन्होंने खाटली विकास मण्डल के द्वारा अनेकों कार्य किए ही नहीं बल्कि किदवई  नगर मां दीवा भगवती मंदिर को सरकार के मन्दिर तोड़ने के आदेश से बचाने के लिए दिन रात चौकीदारी करते हुए उसे टूटने से बचाया  , मैं  समाज सेवी महानुभावों को जानता हूं कुछ आज हमारे बीच नहीं रहे  उनको नमन करते हुए  श्रद्धांजलि सुमन अर्पित करते हुए परमात्मा से प्रार्थना करता हूं अपने चरणों में स्थान दे, तथा अन्य जो आज हमारे बीच हैं परंतु आ नही सकते उन्हें दंडवत प्रणाम, जिनमे प्रमुख स्व दामोदर प्रसाद कोटनाला, स्व श्री मंगल सिंह सजवान स्व श्री उदयसिंह रावत थकुलसारी ,  स्व श्री लखन सिंह, क्वाटा , स्व श्री शिव चरण सिंह रावत रंगल्छा, स्व श्री राजे सिंह धौड़िया रावत नऊ से, श्री चंदन सिंह नेगी , स्व श्री देश बंधु कोटनाला  , श्री दिलवर सिंह गोर्ला, श्री उम्मेद सिंह रावत सुंगरीया छोटा,  श्री गुमान सिंह रावत नऊ श्री मंगत सिंह शाह,श्री पातीराम ग्वेन मल्ला, श्री मनवर सिंह रावत कोलरी, श्री जागेंद सिंह गुसाईं,,  घोड़ियाणा श्री उम्मेद सिंह  किलाणी, श्री रामचंद्र निर्मोही जो बैठक में चार चांद लगा देते थे एक मात्र कवि खाटली सिल्ली तली, जगतसिंह शाह घनसाली  मैने खुद देखा खासकर तीन समिति के  या छेत्रो से विकास कार्यों के लिए तन मन धन सभी अपना लगाकर।  खाटली के विकास में लगे रहे स्व श्री राजेसिंह धौड़िया रावत, श्री शिव चरणसिंह रावत स्व श्री चंदन सिंह डांडा गाउं  जो कि पूरे खाटली के एक मात्र सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अहम भूमिका अदा करने वाले रहे ,  तथा आज हमारे बीच एक नीव की तरह हमारे साथ खड़े हैं माननीय सम्मानित श्री मंगत सिंह शाह बवांसा वाले, ज्ञानसिंह क्वाट , मनवर सिंह कोलरी, ज्ञानेंद्र सिंह गुसाईं घोड़ियाना , उम्मेद सिंह किलवाणी,  देवेश्वर, ग्वेन,जगत सिंह शाह घनसाली धनवीर किमसार, आनंद पोखरियाल जी नकुरी। आदि जो नाम अभी भूल गया हुं अन्य  बहुत से है जिन्होने खाटली, को आगे बढ़ाया मैने जो बाते लिखी सन 1980 से सन 1986/87तक की हैं इसके बाद हमारे अनेकों पदाधिकारी बने जिन्होंने मण्डल को आजतक जीवत रखा  सभी को नमन तथा नए सभी पदाधिकारियों सदस्यो से उम्मीद करते हैं से जनता की आवाज बनाए रखें जिससे भवष्य में हमारी पीढ़ी  कुछ सीखे, मेरी अपनी ख्वाइस तथा प्रार्थना है नए पदाधिकारियों से   आज मीडिया का जमाना हैं  मण्डल रजिस्टर है उसे देश विदेश के हर कोने में जहां भी हमारे भाई बंधु हैं अपना योगदान दे सके तथा अन्य लोग भी  खाटली विकास के लिए सहयोग कर सकते है अगर हर जो भी हम जनता को देते हैं उसपर रजिस्ट्रेशन नंबर जरूर अंकित करे तथा खाटली विकास के नाम पर मण्डल बना हैं , गाउं के हित में कार्य हो गरीब लोगो को सहायता पहुंचे   छेत्र का सौंदर्य करण हो  जल स्वास्थ्य सेवा , शिक्षा  पर समय समय निरक्षण हो चाहे ब्लॉक के किसी छेत्र में कार्यलय की स्थापना करना पड़े करे जिससे हमारी जनता में मण्डल पर विश्वास हो तथा बढ़े प्रयास करते रहना हम सभी का उद्देश्य रहे जैसे हम हर वर्ष भंडारा आयोजित करते हैं ,30.05.2023 का भंडारा एक मिशाल बनी जिससे सैकड़ों लोगों ने भाग लिया , एकता संगठित रहना भी मुख्य उद्देश्य हो तभी हर  विकास कार्य सफल हो सकते हैं,  सभी का धन्यवाद जो भंडारे को सफल बनाया  माता रानी सब का भला करे                         जय मां दीवा भगवती                                                             संपादक दानसिंह रावत।                                                    समाज सेवी 

गुरुवार, 20 अप्रैल 2023

मेरा खाटली








नमस्कार

दोस्तो आप जानते हैं  उत्तराखण्ड के पौड़ी गढ़वाल के ब्लॉक के अंतर्गत खाटली पट्टी और सबली आती है हमारा छेत्र खाटली में है छेत्र अभी तक विकास नहीं कर पाया है , साधनों के लिए तड़पते रहते हैं कब विकास होगा लोग इस लिए पलायन कर रहे हैं  , इसके अंतर्गत बीरोंखाल में एक मात्र हॉस्पिटल है , रशिया महादेव छेत्र में वर्षों पहले  ग्राम नऊ के कलिंकाधार में 30बैड के अस्पताल की नीव रखी गई थी परन्तु सरकार की अनदेखी से बीस गाउं से अधिक गाउं के इलाज के लिए भटकते रहते हैं नामत्र की डिस्पेंसरी रह गया वह जहां कोई सुभिधा नही , ब्लॉक में एक मात्र स्टेट बैंक की शाखा बीरोंखाल में रशिया महादेव में बोर्ड ही लगा है , हमारे पूर्वजों की मेहनत से रोड ,बस आ गई नमन उन समाज सेवी  लोगो को जिनकी वजह से यह हुआ , दिल्ली में खाटली विकास मण्डल की स्थापना किदवई नगर दीवा मंदिर में की गई थीं मैं भी 1983में शामिल हुआ था  लोगो का जोश देख कर अति खुशी होती थी चार साल बाद किसी कारण वस बाद में शामिल नहीं हो सका 2018को पुनः अपने भाई बन्धुऑ को मिलने की जिज्ञासा जागी  आज भी एक सदस्य के रूप में शामिल हो कर धन्य समझता हूं, 74साल पहले हमारे पूर्वजों ने  मेहनत की जिसके कारण तीन चार इंटर कालेज आए पर डिग्री कॉलेज आज तक नही आया  , सांसद, विधायक वादा तो कर जाते हैं परंतु वोट के बाद दिखते नही ,  मण्डल भी मंदिर तक सीमित रह गई है अब फिर से आगे बढ़ रहें हैं सफलता कब तक मिलेगा बता नही सकते जो मिला हमारे पूर्वजों की वजह से जिसमे प्रमुख ग्राम नऊ स्व श्री राजेसिंह रावत धौड़िया,  गुमानसिंह दिगोला,सुलतान सिंह दिगोला, कल्याणसिंह मंगरों, अवतार सिंह गोलुगाओं , चंदनसिंह डांडा गौना, कन्हैया सिंह नेगी ग्वीनमाला, दामोदरसिंह कोटनाला थकुलसारी मंगलसिंह सजवान थकुलसारी बडी, शिवचर्णसिंह रंगलछा, ज्ञानसिंह   क्वाट , आनंदप्रकाश पोखरियाल नाकुरी, मानवरसिंह रावत कोलरी, जगेंद्र सिंह गुसाईं घोड़ियाना, उमेद सिंह गुसाईं किलानी, रामचंद्र निर्मोही सिल्ली तली, उदय सिंह रावत तकुलसारीदिलवर सिंह कंडूली , शिवानंद नौटियाल का सहयोग तथा अन्य महान बुद्ध जीवियों ने खाटली   मण्डल की नीव रखी जो आज हमारे लिए गौरव की बात है 75साल का जश्न हो नई समिति से उम्मीद करते हैं 

रविवार, 19 अप्रैल 2020

हाई री कोरोंना महामारी

हाई री कॉरोना महामारी।                                              तुझ से सारी है दुनिया हारी।                                            दुनिया के लिए कर दी दुखदाई ।                                    हाई री कॉरोना कैसी तू महामारी।                                 जग भाग रहा , सिमट रहा आंखे पथरा रही।                कितने घर बर्बाद कर लिए अब तो तू ठहर जा।भाग जा।   ईश्वर भी देख रहा तमाशा कितने और धरती से उठवाएगा। भूखे प्यासी हैं भक्त तेरे उन्हें थोड़ा तरस दिखा जा।         यतन करे हर कोई मेरा न जाए कोई इस दुनिया से ।          घर में बंधक सा है हर कोई। तूने क्या कर डाला।              प्रभु जोजहां ठिठर गया वहां मौत का तांडव है हर जहां। अपनों से दूर हुए एक दूजे से प्यार भी न जता पाए ।       कैसा तांडव है  कॉरोना का हाए।                                भूख लगी भक्तों को ।  तन मन भी तूने बेहाल किए ।        क्या खता हो गई। जो तू इतना दर्द दिए।                      जीवनदिया तो जीने भी दे, रूह कांप जाती है जब बिलखते बच्चों को देखो। अपने अपनों से बिछड़े है इस को रोको ।     न रो पा रहा है बेजान शरीर के समुख आशु पी रहे हैं।      देख भगवान तेरे भक्त कैसे जी रहे है । ।                        हाई री भगवान कैसी कॉरोना महामारी है।                      तूही कुछ कर को तूने यह बीमारी फैलाई ।                      हाई री कैसी कॉरोना महामारी है

शुक्रवार, 17 अप्रैल 2020

ईश्वर तुम क्या रंग दिखाते हो

ईश्वर मनुष्य की कितनी बार परीक्षा लेगा ।कभी बाढ़।कभी भूकंप तो आज सारे विश्व में एक घातक बीमारी का प्रकोप  जिसे कोरोना का नाम दिया गया है।यह चीन से शुरू हुआ ।क्या एक देश ने अपनी धाक के लिए कोई विषैला परीक्षण किया या कुदरती देन है समझ मे नहीं आ रहा किसी को । भगवान । हंसते घरों को उजाड़ रहे हो ।लोगों में दहशत है ।अपनी आंखों से देख रहे है बिलखते मजदूरों को जो एक वक्त की रोटी मुश्किल से खा पाते है बड़े लोग सरकारी लोग जिनका सहारा है वेतन व नेता तो जनता को लूट कर खा लेगी  ।उनके नाम से  घर भी नहीं जा पा रहे है कि मारना है तो अपनों के पास मरे पर ओ भी न कर पा रहे है खाना नहीं मिलेगा तो कितने अनाथ बन जाएंगे बाढ़।भूकंप के समय देखा जो दृश्य अभी भी घूम रहे है आंखों में कहीं वैसा न हो ।ईश्वर गरीबों पर तरस खाओ ।इस महामारी से बचाओ ।